केंद्र सरकार जल्द ही भारतीय जीवन बीमा निगम लिमिटेड (एलआईसी) का आईपीओ लाने की तैयारी में है। आईपीओ आने के बाद कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीसीएस को पछाड़ देगा। अगर शेयर बाजार में यह कंपनी लिस्टेड होती है तो फिर यह देश की सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी।
संसद से लेनी होगी मंजूरी
हालांकि इसके लिए सरकार को ससंद में एलआईसी कानून में संशोधन करवाना पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि सरकार बिना कानून में संशोधन किए एलआईसी को आईपीओ लाने की मंजूरी नहीं दे सकती है।
48 हजार करोड़ रुपये का मुनाफा
कंपनी को पिछले वित्त वर्ष में करीब 48,436 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। कंपनी के पास कुल 31.10 लाख करोड़ रुपये के असेट अंडर मैनेजमेंट हैं। तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2016 कहा था कि अगर यह कंपनी शेयर बाजार में लिस्टेड होती है तो फिर वो देश की सबसे वैल्यू वाली कंपनी होगी।
अभी टीसीएस का पूंजीकरण सबसे ज्यादा
बाजार पूंजीकरण के हिसाब से फिलहाल टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का बाजार पूंजीकरण सबसे ज्यादा है। यह 7.91 लाख करोड़ रुपये है, वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 7.70 लाख करोड़ रुपये है।
पॉलिसीधारकों से कमाई
फिलहाल एलआईसी को पॉलिसीधारकों से ही कमाई होती है। यह कमाई प्रीमियम के तौर पर होती है, जो कि लोग हर साल जमा करते हैं। अगर शेयर बाजार में यह लिस्टेड होती है तो फिर लोगों को इस कंपनी के शेयर खऱीदने का मौका मिलेगा और आगे चलकर उनको डिविडेंड व शेयर कीमतों में उछाल के चलते काफी ज्यादा पैसा कमाने की उम्मीद रहेगी।
सरकार घटाएगी हिस्सेदारी
आईपीओ लाने का मकसद यह है कि सरकार अपनी हिस्सेदारी को घटाएगी। केंद्र सरकार ने बजट में घोषणा की थी, कि वो पीएसयू कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी को 35 फीसदी तक रखेगी। सरकार इस वित्त वर्ष में करीब सरकारी कंपनियों में से अपनी हिस्सेदारी को बेच कर के करीब एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की उगाही करना चाहती है।