बस की टक्कर से पलटी उल्टी दिशा से आ रही स्कूल वैन, चालक व तीन विद्यार्थी लहूलुहान
लखनऊ । गोमतीनगर थानाक्षेत्र में समतामूलक चौराहे पर सोमवार सुबह उल्टी दिशा से आ रही महाराजा अग्रसेन स्कूल की वैन में गाजीपुर डिपो की बस ने भीषण टक्कर मार दी।
इससे पलटी वैन घिसटते हुए काफी दूर तक चली गई। भीतर बैठे भाई-बहन समेत चार विद्यार्थी दहशत के मारे रोने-चीखने लगे। हादसे में चालक व तीन विद्यार्थी लहूलुहान हो गए।
जबकि एक छात्र को मामूली चोटें आईं। राहगीरों की मदद से वैन चालक और बच्चों को निकालकर सिविल अस्पताल भेजा गया। उपचार के बाद तीन बच्चों को घर भेज दिया गया, जबकि एक छात्रा भर्ती है।
डीएम कौशल राज शर्मा समेत स्कूल प्रबंधन के लोगों ने अस्पताल पहुंचकर बच्चों के उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित कराई।
इंस्पेक्टर राम सूरत सोनकर ने बताया कि हादसा सुबह करीब साढ़े छह बजे हुआ। गोमतीनगर के विराटखंड स्थित महाराजा अग्रसेन स्कूल की वैन का चालक शाहरुख खान बच्चों को लेने जा रहा था।
इसमें सहारा शॉपिंग सेंटर के पास रॉयल पैलेस में रहने वाले कक्षा आठ के छात्र अनुराग, उसकी 10 साल की बहन व पांचवीं की छात्रा शिवानी के अलावा इंदिरानगर की गांधीग्राम कॉलोनी लक्ष्मणपुरी गेट निवासी कक्षा 11 की छात्रा शहाना खान के अलावा संजयगांधीपुरम का छात्र अंकुर बैठा था।
इंस्पेक्टर ने बताया कि वैन चालक को लोहिया चौराहे से गोमती के किनारे से मेट्रो सिटी होते हुए निशातगंज की ओर जाना था। समतामूलक चौराहे से घूमकर जाने के बजाए वह इससे पहले ही उल्टी दिशा से वैन ले जाने लगा।
इसी दौरान वीमेन पावर लाइन चौराहे से पॉलीटेक्निक चौराहा जा रही बस आ गई। चौराहे के पास ट्रैफिक बूथ के निकट बस ने दायीं तरफ गलत दिशा से आ रही वैन में जोरदार टक्कर मार दी।
इससे वैन पलट गई और काफी दूर तक घिसटती चली गई। भीतर बैठे बच्चे चीख-पुकार मचाने लगे। आसपास से गुजर रहे लोगों ने इन्हें बाहर निकाला।
चौराहे पर मौजूद पीआरवी के पुलिसकर्मियों की मदद से वैन चालक व बच्चों को सिविल अस्पताल ले जाया गया। इंस्पेक्टर ने बताया कि हादसे की खबर पर अनुराग और शिवानी के पिता राजकुमार यादव व मां सुनीता, शहाना के पिता मो. इरफान खान व अंकुर के माता-पिता भी पहुंचे।
डीएम ने हादसे के लिए वैन चालक को जिम्मेदार ठहराया है। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। दोपहर को अंकुर, अनुराग व शहाना को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, जबकि शिवानी का उपचार चल रहा है।
बच्चों को देखकर आई जान में जान
राजकुमार यादव ने बताया कि सुबह वह पूजा कर रहे थे, तभी हादसे की सूचना मिली। इस पर पत्नी सुनीता रोने लगी। किसी तरह उसे समझाकर अस्पताल पहुंचे। बच्चों को सकुशल देखकर जान में जान आई। राजकुमार ने बताया कि वह इंदिरानगर स्थित अमेरिकन सेंटर फॉर लैंग्वेजेज में काम करते हैं। अनुराग, शिवानी के अलावा उनका एक छोटा बेटा भी है।
भर्ती छात्रा को लगे कई टांके
राजकुमार ने बताया कि हादसे में उनकी बेटी शिवानी का चेहरा बुरी तरह चोटिल हो गया। उसके सिर पर तीन व माथे और ठोड़ी पर दो-दो टांके लगे हैं। गाल तथा आंखों के नीचे भी चोटें आई हैं। सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने बताया कि शिवानी को डायबिटीज की शिकायत होने पर अस्पताल में अभी रखा गया है। उसकी दवा भी चल रही है। शुगर सामान्य होने पर उसे भी डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
रॉन्ग साइड को लेकर टोका था बच्चों ने
बच्चों ने ड्राइवर के रॉन्ग साइड वैन लेकर घुसने पर टोका था। आगे की सीट पर बैठे अनुराग ने कहा कि उसके टोकने के बावजूद ड्राइवर ने उसकी बात को अनसुना कर दिया।