देश की पहली प्राइवेट ट्रेन ने सुरक्षा और सुविधाओं से जीता दिल, यात्री बोले- तेजस ट्रेन है सुपरहिट,


देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को शुक्रवार को लखनऊ जंक्शन पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कैब-वे पर बैरिकेडिंग कर दी गई थी। यात्रियों के लिए मुख्य गेट से ही प्रवेश था। प्लेटफॉर्म नंबर छह तक पहुंचने में यात्रियों को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पर, तेजस में पहली यात्रा का जोश, उमंग व उत्साह चरम पर था। टिकट, आईडी वगैरह दिखाने के बाद यात्री जैसे ही प्लेटफॉर्म पर पहुंचे बोगी के गेट पर शंख व डमरू से उनका स्वागत हुआ। बैंड भी था, जिसमें कर्णप्रिय धुने बजाई जा रही थीं। शुक्रवार को तेजस की पहली यात्रा के समय चारबाग स्टेशन पर कुछ ऐसा ही नजारा था।


ट्रेन होस्टेसों ने मुस्कुराते हुए तिलक लगाकर यात्रियों का स्वागत किया। पैसेंजर अपनी सीटों पर बैठे और ट्रेन को निहारने लगे। ऑटोमेटिक पर्दे, सेंसर से खुलने वाले दरवाजे, ऑटोमेटिक डस्टबिन, सीसीटीवी सबकुछ विमान सा लग रहा था। सामान रखने के लिए ऊपर रैक लगे हैं। सिक्योरिटी के लिए निजी गार्ड मुस्तैद थे। कुछ यात्रियों ने लोको पायलट सुबोध, सहायक लोको पायलट प्रशांत व गार्ड अतुल दीक्षित के साथ सेल्फी ली।


सीएम ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई और सुबह 9.53 बजे ट्रेन ने जंक्शन का साथ छोड़ दिया। देखते ही देखते तेजस एक्सप्रेस ने रफ्तार पकड़नी शुरू की। कुछ मिनटों के बाद ही ट्रेन होस्टेस पहुंचीं और मुस्कुराते हुए यात्रियों को गुलाब के फूल दिए। फिर पानी की बोतल व नींबू-पानी पेश किया।


यात्रियों की सुविधा के लिए अखबार व मैग्जीनें भी उपलब्ध थीं। ट्रेन ने रफ्तार पकड़ी और 110 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई। खास बात यह है कि इस रफ्तार पर जहां दूसरी ट्रेनों में झटके लगने शुरू हो जाते हैं, वहीं तेजस में एलएचबी रैक होने की वजह से झटकों का एहसास तक नहीं हुआ। यात्रियों को हैवी ब्रेकफास्ट मिला जिसमें पोहा व कटलेट और ब्रेड-मक्खन, मीठा दही था।