पानी की टंकी पर चढ़कर खुदकुशी की धमकी दे रहा परिवार 26 घंटे बाद नीचे उतरा, सामने रखी ये मांगे


शुक्रवार सुबह 11 बजे टंकी पर चढ़े पीड़ित रातभर हरदोई के डीएम और एसपी के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। शनिवार सुबह करीब आठ बजे अधिवक्ता ने एक सुसाइड नोट नीचे फेंककर हड़कंप मचा दिया।


इस बीच हरदोई के डीएम और एसपी के साथ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पीके मिश्रा काकोरी पहुंचे और अधिवक्ता व उनके परिवारीजनों को समझाया। घंटों मनुहार की। दोपहर करीब एक बजे पूरा परिवार नीचे उतर आया। अधिवक्ता ने छह सूत्री मांगपत्र दिया है। मेडिकल कराने के बाद सभी को पुलिस की सुरक्षा में हरदोई रवाना कर दिया गया।

अधिवक्ता और उसकी पत्नी राधा सिंह, भाई अजय प्रताप सिंह, अजय की पत्नी माला व नौ साल का बेटा शिव सिंह, बहन राजवती व उसकी बेटी पूनम की सुरक्षा को लेकर पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ था। लखनऊ के एएसपी ग्रामीण विक्रांत वीर के साथ ही मलिहाबाद में बतौर सीओ तैनात एएसपी सैय्यद मोहम्मद कासिम, हरदोई के एएसपी ज्ञानंजय सिंह, काकोरी इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार मिश्र, दुबग्गा चौकी प्रभारी दयाशंकर सिंह समेत फायर ब्रिगेड की टीम रातभर टंकी पर चढ़े लोगों की गतिविधियों पर नजर रखे रही।

पुलिस और फायर ब्रिगेड के कर्मचारी जैसे ही टंकी पर चढ़ने का प्रयास करते, अधिवक्ता अपने साथ लाई हुई पेट्रोल की बोतल शरीर पर उड़ेलकर आत्मदाह करने की धमकी देने लगता। शनिवार सुबह भी पुलिस ने प्रयास किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। इस बीच करीब आठ बजे अधिवक्ता ने एक सुसाइड नोट नीचे फेंका। अधिकारी लाउडस्पीकर से समझाने का प्रयास करते रहे पर बात नहीं बनी। हरदोई के डीएम पुलकित खरे और एसपी आलोक प्रियदर्शी के साथ ही बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पीके मिश्रा ने भी मौके पर पहुंचकर अधिवक्ता को समझाया। दोपहर एक बजे अधिवक्ता को मनाकर नीचे उतारा जा सका।


रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए टंकी के चारों तरफ लगाया जाल




अधिवक्ता की बार-बार नीचे कूदने की धमकी के चलते टंकी के चारों तरफ जाल लगा दिया गया। शनिवार सुबह टंकी पर चढ़ने के लिए अग्निशमन विभाग से हाइड्रोलिक वाहन मंगाया गया। कई बार हाइड्रोलिक वाहन व टंकी की सीढ़ियों से ऊपर जाने का प्रयास किया गया लेकिन अधिवक्ता की धमकी के चलते लौटना पड़ा।