कौशांबी। स्वच्छ भारत अभियान और स्वच्छता अभियान के तहत जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में शौचालय भवन निर्माण के नाम पर ग्राम पंचायत के खातों में भारी-भरकम धनराशि भेजी जा रही लेकिन शौचालय भवन निर्माण की यह रकम ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों की कमाई का साधन बन चुकी है और शौचालय निर्माण की रकम में हेराफेरी कर ग्राम पंचायत के जिम्मेदार रातों रात मालामाल हो रहे हैं तमाम मामले आला अधिकारी तक भी पहुंच रहे हैं जिनकी जांच के दौरान खुलासा भी हो रहा है लेकिन आरोपियों पर कठोर कार्रवाई होती नहीं दिख रही है जिससे सरकारी धन को लूटने में लगे लोगों के हौसले पस्त होते नहीं दिख रहे हैं
ताजा मामला नेवादा विकासखंड के कायमपुर के मजरा गोपाल मिश्र का पूरा का है जहां 86 शौचालय भवन निर्माण के लिए जिले से लाखों की रकम ग्राम सभा के खाते में भेज दी गई लेकिन आधे शौचालय भवन भी इस ग्राम पंचायत में नहीं बन सके जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने की शिकायत पर जिला अधिकारी ने शौचालय निर्माण की जांच की जिम्मेदारी बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपी सूत्र बताते हैं कि बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अपनी जांच में 50 शौचालय भवन निर्माण के रकम के घोटाले गबन के आरोप की पत्रावली सौप दी है लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी कायमपुर के ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराकर शौचालय भवन निर्माण में गवन की सरकारी रकम की वसूली की कार्रवाई अभी तक नहीं हो सकी है जो व्यवस्था पर बड़ा सवाल है