डिप्टी सीएमओ की मौजूदगी में डॉ विकास की टीम ने बदला कुल्हा, जिले में यह पहला प्रत्यारोपण
कौशाम्बी। गरीबो के लिए संचालित प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना वरदान साबित हो रही है। मरीजो को इलाज के लिए परेशान नही होना पड़ता हैं। योजना में नामित लोग कही भी नामित सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में फ्री इलाज करा सकते हैं। इसका जीता जागता उदाहरण आज जनपद के लवकुश हॉस्पिटल में एक 60 साल के बुजुर्ग के कूल्हे का बदल कर दूसरा लगा कर उसे नई जिंदगी दी गयी हैं।
बतादे कि सिराथू विकास खंड के मलाक सिद्दी गांव के सुंदर लाल पुत्र शिवराम की माली हालत बहुत ही दयनीय है। जिसके कारण वह अपना इलाज नही करा सकता था। सुंदरलाल को काफी वर्षो से चलने में बहुत दिक्कत होती थी। चलते वक्त असहाय पीड़ा होने के कारण कही भी आना-जाना नही जो पा रहा था। गरीब होने के कारण वह अपना इलाज कराने में असमर्थ था। जब बहुत दर्द होता तो झोलाछाप से दवा लेकर खा लेता तब कुछ समय के लिए आराम मिल जाता था। इस हालत में सुंदरलाल को उसकी जिंदगी बोझ लगने लगी थी। सुंदरलाल का नाम प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना की सूची में दर्ज था।सुंदर लाल ने पहले अस्पताल जाकर गोल्डेन कार्ड बनवाया फिर अपने इलाज के लिए योजना में नामित लवकुश हॉस्पिटल मंझनपुर गया जहाँ जिले के नोडल अधिकारी डिप्टी सीएमओ डॉ हिन्द प्रकाश मणि की मौजूदगी में डॉ विकास कुमार केशरवानी ने अपनी टीम के साथ कूल्हे की सर्जरी कर पुराने को निकाल कर रेडीमेड लगा दिया। डॉ विकास कुमार केशरवानी दिल्ली के एक नामी डॉक्टर माने जाने हैं। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के जिला नोडल अधिकारी डॉ हिन्द प्रकाश मणि के मुताबिक जिले में सुंदर लाल के कूल्हे का प्रत्यारोपण पहला मामला है। जो कि एकदम निशुल्क किया यदि यही सर्जरी प्राइवेट अस्पतालों में होता तो लगभग एक से डेढ़ लाख रुपये खर्च करने पड़ते। यह योजना गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना के तहत जिले में 12 अस्पताल नामित हैं। जिसमे चार सरकारी व आठ प्राइवेट हैं। जिन लोंगो का नाम सूची में है वो लोग गोल्डन कार्ड बनवाकर योजना का लाभ ले सकता है। हॉस्पिटल के प्रबंधक लवकुश मौर्य ने बताया की आयुष्मान योजना के तहत गरीब मरीजो का इलाज फ्री में किया है। यह प्रत्यारोपण हमारे हॉस्पिटल की बड़ी उपलब्धि है।