बैंकों में हड़ताल से नहीं खुले ताले

सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ स्टेट बैंक छोड़कर अन्य सभी बैंकों में बुधवार को हड़ताल पर हैं। इससे बैंकों के ताले नहीं खुले। हालांकि धारा 144 के कारण बैंककर्मी सामूहिक प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, बल्कि सभी बैंकों के अधिकारी और कर्मचारी अपने बैंकों में आवाज बुलंद कर रहे हैं। ट्रेड यूनियनों के समर्थन और चार सूत्रीय मांगों को लेकर बैंकों की पांच यूनियनों ने हड़ताल पर है।  कथित बैंकिंग सुधारों एवं बैंकों के अवांछित विलय के विरोध, कारपोरेट घरानों की ऋणों की वसूली के लिए कठोर उपाय करने, वेतन पुनरीक्षण का निस्तारण शीघ्र करने, बैंकों में पर्याप्त भर्ती करने की बैंक यूनियनों की मांग है। यूपी बैंक इंप्लाइज यूनियन के इलाहाबाद इकाई के अध्यक्ष मदनजी उपाध्याय ने बताया कर्मचारी अपने बैंकों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
हड़ताल में ट्रांसपोर्टर नहीं हैं शामिल
इस हड़ताल में ट्रांसपोर्ट यूनियन शामिल नहीं हैं। इससे सब्जियों, खाद्य सामग्रियों समेत अन्य सामानों के आवागमन पर असर नहीं नजर आ रहा है। इलाहाबाद गुड्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल कुशवाहा ने बताया कि ट्रेड यूनियनों ने न तो संपर्क किया और न ही वह हड़ताल में शामिल हैं। वहीं, मुंडेरा सब्जी एवं फल व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि ट्रांसपोर्ट बंद नहीं है, इसलिए किसान अपना माल खराब नहीं कराएगा। सब्जियों, फलों पर हड़ताल का असर नहीं है।