जाने कौन कौन से संगठनों के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल है।

आल इंडिया वर्कर्स काउंसिल के प्रदेश महासचिव डॉ. राधेश्याम यादव, राज्य कर्मचारी महासंघ के जिलामंत्री घनश्याम पांडेय, लोनिवि श्रमिक संघ के अध्यक्ष हरिशंकर ओझा, खदान मजदूर यूनियन के अध्यक्ष प्रभावती कोल, असंगठित कामगार यूनियन के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार भारतीय ने कहा कि 21 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) सहित 11 ट्रेन यूनियन के नेताओं ने बैठक कर हड़ताल की रणनीति बनाई थी। अध्यक्षता रामफेर तिवारी ने की। एटक के महामंत्री राम सागर ने कहा कि हड़ताल में 35 करोड़ से अधिक लोग शामिल हो रहे हैं। राज्य कर्मचारी महासंघ ने बंद के समर्थन को लेकर लोनिवि के गेट पर बैठक की। बैठक के बाद हड़ताल को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर विजयेंद्र प्रताप सिंह, कड़ेदीन यादव, जमाल कमर आदि थे। भारत बंद के समर्थन में डाक कर्मी भी हड़ताल पर हैं।


रेलवे यूनियन शामिल नहीं है लेकिन हड़ताल को है समर्थन
राष्ट्रीय हड़ताल में रेलवे यूनियन शामिल नहीं है लेकिन हड़ताल को उनका समर्थन है। नार्थ सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन के महामंत्री आरपी सिंह का कहना है कि यूनियन के पदाधिकारी डीआरएम कार्यालय, एनसीआर मुख्यालय में प्रदर्शन कर रहे हैं। सिविल लाइंस में रैली निकाली गई। यूनियन नौ और 10 जनवरी को भी इलाहाबाद, आगरा एवं झांसी मंडल और एनसीआर मुख्यालय पर प्रदर्शन करेगी। नार्थ सेंट्रल रेलवे मेंस यूनियन ने दो जनवरी से लेकर सात जनवरी तक कर्मचारियों की मांगों को लेकर विरोध दिवस मना रही है। नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन ने भी राष्ट्रीय हड़ताल को लेकर बैठक की। हड़ताल को समर्थन देेने की चर्चा हुई। उधर, इलाहाबाद नगर निगम सफाई मजदूर यूनियन राष्ट्रीय हड़ताल के समर्थन में रही।