जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले में रामनगर के विभिन्न हिस्सों में पिछले कुछ सप्ताह के अंदर अज्ञात बीमारी से मरने वालों बच्चों की मौत का आंकड़ा दस तक पहुंच गया है। शुक्रवार को स्वास्थ्य निदेशालय की टीम जांच के लिए जब रामनगर पहुंची तो चार और बच्चों की पहचान हुई, जिनकी मौत अज्ञात बीमारी से हुई है। इसके अलावा छह बच्चों का उपचार अभी चल रहा है। जम्मू से आई टीम ने बच्चों के घरों में जाकर दवाओं के अलावा पानी व दूध के सैंपल भी लिए।
गौरतलब है कि पिछले कुछ सप्ताह में रामनगर के अंदर अज्ञात बीमारी का शिकार होने से बच्चों की मौत हो रही है। इन बच्चों को पहले बुखार होने की शिकायत सामने आई। इसके बाद जब इनको दवाई दी गई तो इन्होंने उल्टियां शुरू कर दीं। इसके बाद इनकी किडनी फेल होने पर मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने पहले ब्लाक स्तर और फिर बाद में जिला स्तर की डाक्टरों की टीम का गठन कर जांच की, लेकिन बीमारी के कारणों के बारे में कुछ नहीं पता चला।
शुक्रवार को स्वास्थ्य निदेशालय के सदस्यों की टीम जांच के लिए रामनगर पहुंची। जब रामनगर में टीम ने जांच शुरू की और एक-एक कर बच्चों के घरों में पहुंचना शुरू किया तो इसी दौरान टीम को पता चला कि चार और ऐसे बच्चे हैं, जिनकी मौत अज्ञात बीमारी से हुई है। इसी के साथ मरने वाले बच्चों की संख्या दस हो गई है। इसके अलावा छह बच्चों का उपचार चंडीगढ़, लुधियाना और जम्मू में चल रहा है।
जल्द ही डाक्टरों की टीम चंडीगढ़ व लुधियाना जाकर भी जांच करेगी। स्टेट हेल्थ सोसाइटी की टीम की जांच के दौरान दो अन्य ऐसे बच्चे सामने आए हैं, जिनका उपचार अभी चल रहा है। इसी के साथ उपचाराधीन बच्चों की संख्या छह हो गई है। जांच के दौरान स्टेट हेल्थ सोसाइटी की टीम के साथ रामनगर के इंचार्ज बीएमओ डॉ. फारूक मोहम्मद फारूक भी मौजूद रहे।
स्टेट हेल्थ सोसाइटी की जांच टीम के सदस्यों के नाम
डॉ. कौशल, डॉ. मृदुला सिंह, डॉ. समीना नजीर, डॉ. भावना और केवल कृष्ण