प्रयागराज। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए देश में लॉक डाउन कर दिया गया यह लॉक डाउन बहुत बेहतर है इस भयानक बीमारी से लोगों को बचाने के लिए लेकिन कल जिस तरीके की तस्वीर देश की राजधानी दिल्ली और दूसरे राज्यों के शहरों के हाईवे पर देखने को मिली वह बहुत भयानक दुखद अफसोस जनक एवं सरकार के बड़े-बड़े दावे की पोल खोलते हुए एवं जल्दी बाजी में लिए गए फैसले को दर्शा रही है
अगर केंद्र एवं राज्य की सरकारें गरीब मजदूर को विश्वास में लेती उन्हें रोजमर्रा की चीजें उपलब्ध कराती तो शायद यह गरीब और मजदूर इतना बड़ा फैसला ना लेते जो इनकी जान पर भी आ सकता था आज दो दिन से जो कुछ भी हाईवे पर देखने को मिल रहा है यह सब सरकार को कटघरे में खड़ा करता है और उनकी तमाम व्यवस्थाओं की पोल खोलता है इस भयानक तस्वीर ने दुनिया को भारत की आलोचना करने का मौका दे दिया बच्चा तो लॉक डाउन नहीं समझता उसे तो सिर्फ दूध चाहिए पेट भी नहीं मानता उसे भी दो निवाला चाहिए
ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता अफसर महमूद व इफ्तेखार अहमद मंदर ने केंद्र की मोदी सरकार से मांग की है कि जो भी गरीब मजदूर भूखे पेट पैदल अपने पार्थिक गांव की तरफ निकल चुके हैं जान हथेली पर लेकर सरकार कम से कम ट्रेन बस या दूसरी गाड़ियों की व्यवस्था करके उन्हें उनके स्थान तक पहुंचाने का काम करें जिस तरीके से सरकार ने अमीर लोग एवं उनके परिवार बच्चों को चाइना इटली ईरान और दूसरे तमाम देशों से सुरक्षित निकाला है
इसी तरीके की नैतिक जिम्मेदारी भी इन गरीब मजदूरों के साथ सरकार को निभानी चाहिए अमीरों पर रहम गरीबों पर बेरहमी यह ठीक नहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस करके या बड़े-बड़े वादे आश्वासन एवं घोषणाएं करने से काम नहीं चलेगा बल्कि सरकार के लोगों को आमजन तक पहुंचना होगा अन्यथा लॉक डाउन करके आप करोना से तो जरूर बचा लेंगे मगर देश का गरीब मजदूर बिन खाए मर जाएगा जमाखोरी कालाबाजारी अपने चरम पर है सरकार को इस पर भी ध्यान देना चाहिए जिस तरीके से पुलिस प्रशासन के लोग डॉक्टर फरिश्ते बनकर काम कर रहे हैं वह सराहनीय है
तमाम एनजीओ के लोग जीरो लेवल ग्राउंड पर काम कर रहे हैं इसी तरीके से सरकार को भी इस जमीन पर उतरना होगा चुनौती बहुत बड़ी है और जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा चुनौतियां भी बढ़ती और बड़ी होती जाएंगी जिस तरीके से देश के सवा सौ करोड़ लोगों ने सरकार के प्रति विश्वास दिखाया है जताया है सरकार को भी दिखाना और जताना चाहिए l