दिल्ली हिंसा पर बोले पीएम नरेंद्र मोदी, विकास हमारा मंत्र, एकता एवं सौहार्द की आवश्यकता


कुछ लोगों को भारत माता की जय बोलने में ‘बू’ आती है: पीएम मोदी


नई दिल्ली ।     प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश हित को पार्टी हित से ऊपर बताते हुए भाजपा सांसदों से कहा कि विकास हमारा मंत्र है और विकास की पहली आवश्यकता एकता एवं सौहार्द है, इसलिए सभी को समाज में शांति, सद्भाव और एकता सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए। भाजपा संसदीय दल की बैठक के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर परोक्ष निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ लोगों को भारत माता की जय बोलने में ‘बू’ आती है, तो यह दुखद है। सूत्रों के अनुसार मोदी ने कहा कि ‘भारत माता की जय’ के नारे को लेकर उसी प्रकार की आपत्ति उठाई जा रही है जिस प्रकार स्वतंत्रता आंदोलन के समय वंदे मातरम को लेकर उठाई गई थी। उनके हवाले से सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस के अधिवेशन में एक वर्ग राष्ट्रगीत वंदे मातरम के दौरान मौजूद रहता था जबकि एक अन्य वर्ग वाकआउट कर जाता था। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री ने कहा कि यह देशहित बनाम दल हित की लड़ाई है और पार्टी सांसदों को देश में सौहार्द, शांति एवं एकता का माहौल बनाने का प्रयास करना चाहिए। गौरतलब है कि हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह ने एक समारोह में कहा था कि राष्ट्रवाद और भारत माता की जय के नारे का दुरुपयोग किया जा रहा है। सिंह ने कहा था कि इस नारे का इस्तेमाल कर भारत के बारे में भावनात्मक एवं उग्र राष्ट्रवाद का विचार पैदा किया जा रहा है। वहीं, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में कहा कि अब भी कुछ दलों द्वारा पार्टी हित को राष्ट्रीय हितों से ऊपर रखा जाता है, लेकिन हमारे लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि है।सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने बैठक में ‘सबका साथ, सबका विकास एवं सबका विश्वास’ पर जोर देते हुए कहा कि पार्टी नेताओं को देश के विकास कार्य में मनसा वाचा कर्मणा के साथ लगना चाहिए। उन्होंने बताया कि मोदी ने कहा कि हम सभी को देश को बदनाम करने के प्रयासों को विफल बनाने की जरूरत है।