उत्तराखंड में साल 2019 जाते-जाते ठंड का भी रिकॉर्ड बना गया। दिसंबर के महीने ने पिछले 11 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। अधिकतम तापमान दस से ग्यारह डिग्री सेल्सियस तक कम रहा।
दिसंबर में हुई बारिश ने भी 19 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ा। इस साल 13 दिसंबर 2019 को 46.4 मिमी बारिश हुई। इतनी बारिश पिछले 19 वर्षों में दिसंबर के माह में नहीं हुई। वर्ष 2009 से लेकर वर्ष 2018 तक 23 दिसंबर से 31 दिसंबर के बीच अधिकतम तापमान 13 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। दिसंबर 2019 में 23 से 30 दिसंबर तक तापमान ने नया रिकॉर्ड बनाया। अधिकतम तापमान 10 से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
दिसंबर में हुई बारिश ने भी 19 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ा। इस साल 13 दिसंबर 2019 को 46.4 मिमी बारिश हुई। इतनी बारिश पिछले 19 वर्षों में दिसंबर के माह में नहीं हुई। वर्ष 2009 से लेकर वर्ष 2018 तक 23 दिसंबर से 31 दिसंबर के बीच अधिकतम तापमान 13 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। दिसंबर 2019 में 23 से 30 दिसंबर तक तापमान ने नया रिकॉर्ड बनाया। अधिकतम तापमान 10 से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
अधिकतम तापमान दस से ग्यारह डिग्री सेल्सियस कम रहने के कारण हाड़ कंपा देने वाली सर्दी ने बेहाल कर दिया। सूर्यदेव के दर्शन भी एक सप्ताह के दौरान महज दो ही दिन हुए। कोहरे ने सर्दी और अधिक बढ़ा दी।
वर्ष 2001 से 2018 तक दिसंबर में बदरा भी झूम के नहीं बरसे। 13 दिसंबर 2019 को 46.4 मिली मीटर बारिश हुई। बारिश के साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में हुई बर्फबारी ने ठंड बढ़ा दी। दिसंबर के दूसरे सप्ताह में बारिश भी 19 वर्षों बाद हुई।
वर्ष 2001 से 2018 तक दिसंबर में बदरा भी झूम के नहीं बरसे। 13 दिसंबर 2019 को 46.4 मिली मीटर बारिश हुई। बारिश के साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में हुई बर्फबारी ने ठंड बढ़ा दी। दिसंबर के दूसरे सप्ताह में बारिश भी 19 वर्षों बाद हुई।