यूपी में ग्राम प्रधान अपने गांव में विदेश से आने वालों की जानकारी देंगे। यह काम सीएम हेल्पलाइन 1076 के जरिए शुरू हो गया है। सीएम हेल्पलाइन के जरिए ग्राम प्रधानों से तीन चरणों में सवाल पूछे जा रहे हैं।
पहला कि उनके गांव में एक मार्च के बाद विदेश से आकर कोई रहता है। अगर हां तो उसका नाम, पता व अन्य ब्योरा लिया जा रहा है। इसके बाद पूछा जा रहा है कि दूसरे राज्य से गांव में कितने लोग इस अवधि में आए हैं। इनकी तादाद व अन्य जानकारी ली जा रही है। इसके अलावा दूसरी जानकारी भी जानकारी ली जा रही है। इसके अलावा लाकडाउन व इससे जुड़ी समस्याओं के बारे में फीड बैक लिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री कार्यालय में सचिव आलोक कुमार ने बताया कि अभियान का यह दूसरा चरण है। अब तक 4000 से ज्यादा ग्राम प्रधान व सभासदों से फीडबैक लिया जा चुका है। इस आधार पर गांव में संक्रमण की स्थिति की सही जानकारी मिल सकेगी। इसके आधार पर विदेश से आने वालों पर निगरानी कर क्वारेंटाइन किया जा सकता है। इस वक्त संक्रमित व्यकि्त को चिन्हित कर उसे बाकी लोगों से अलग करना ही बड़ा काम है।
इस फीडबैक के साथ सारी जानकारी जिला कंट्रोल रूम, पुलिस कंट्रोल रूम, व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ साझा किया रहा है। इस आधार पर अलग अलग तरह की व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
असल में मुख्यमंत्री के निर्देश पर सीएम हेल्पलाइन के जरिए पहले चरण में 60 हजार ग्राम प्रधान व सभासद को बताया गया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए कौन से उपाय किए जाएं। इसके लक्षण क्या हैं। लाकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बताया गया। इसमें पंचायतीराज विभाग, ग्राम्य विकास विभाग भी लगे हैं। इसके अलावा आम लोग भी इसी हेल्पलाइन पर अपनी समस्याएं बता रहे हैं। इसके लिए वह आईजीआरएस पोर्टल में दर्ज फार्म भर कर जानकारी दे रहे हैं।
अब विदेश से आने वालों का ग्राम प्रधान देंगे हिसाब, सीएम हेल्पलाइन लिया जा रहा फीडबैक