स्कूल में नही होती भोजन की व्यवस्था घर जा कर खाना खाते है परदेशी।
कौशांबी। पूरे विश्व में कोरोनावायरस के संभावित प्रभाव को लेकर भारत सरकार ने भी 21 दिन के लिए लॉक डाउन की घोषणा कर दी है और लोगों को घरों में रहने की अपील की है इसके लिए देश के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा है कि जो जहां पर है वह लॉक डाउन के दौरान वहीं पर रहे
इस बीच भी बाहर से लोग अपने घरों की ओर लौट रहे हैं जिस पर मुख्यमंत्री के निर्देश पर बाहर से आने वाले परदेसियों के स्वास्थ्य की जांच करने के बाद भी उन्हें 14 दिनों तक गांव से बाहर रहने देने की अपील की गई है परदेशियों के गांव में घुसने किसी से मिलने पर 14 दिन की रोक लगाई गई जिस पर बरियावां गांव पहुंचे परदेसियों को गांव के बाहर बने सरकारी स्कूल में रहने की व्यवस्था कराई गई है
इस स्कूल में कई दर्जन लोग परदेसी इस समय रह रहे हैं लेकिन यह परदेसी रात में तो स्कूल में रहते हैं पूरे दिन गांव में घूमकर लोगों के घरों में और अपने घरों में आते जाते हैं जिससे कोरोनावायरस के संभावित को इंकार नहीं किया जा सकता यह परदेशियों को भोजन करने अपने घर जाना पड़ता है भोजन की सरकारी ब्यवस्था खानापूर्ति तक सीमित है परदेशियों के खुलेआम गांव में घूमने घर जाने पर ग्राम प्रधान और गांव से जुड़े अधिकारी रोक नहीं लगा पा रहे हैं ।