लखनऊ। हलांकि इन बसों को जिला प्रशासन के आदेश पर भेजने के पहले भी सेनेटाइज किया गया था।परिवहन निगम मुख्यालय की ओर से जारी आदेश में लखनऊ समेत प्रदेश भर के बस डिपो से जेल प्रशासन को भेजी गई बसों का पुन: सेनेटाइज करने के लिए कहा गया है। प्रदेश भर के बस डिपो से सौ से ज्यादा बसें भेजी गई थी। परिवहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि लखनऊ का कैसरबाग बस अड्डा और बस डिपो सेनेटाइज कर दिया गया है। इसी क्रम में प्रदेश भर की बसें और बस अड्डे भी सेनेटाइज होंगे। 14 अप्रैल को लॉडडाउन हटने की संभावना पर 12 अप्रैल से बसें सेनेटाइज करने की योजना थी। फिलहाल लॉकडाउन हटने की उम्मीद कम होने पर प्रदेश भर की 12 हजार बसें सेनेटाइज करने की योजना पर बाद में निर्णय लिया जाएगा।
प्रदेश भर के विभिन्न जनपदों में कैदियों को छोड़कर लौटने वाली रोडवेज बसें सेनेटाइज होंगी