पूर्व सपा जिलाध्यक्ष के भाई भूमाफिया घोषित


फर्रुखाबाद जिले के मोहम्मदाबाद क्षेत्र अंतर्गत गांव तेरा में ऊसर की नौ एकड़ भूमि का फर्जी दस्तावेजों के जरिए अपने नाम कराने में सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष के भाई सपा नेता को जिलाधिकारी ने भूमाफिया घोषित कर दिया। वहीं सहयोग करने वाले दो लेखपालों को निलंबित किया गया है।


उधर, फर्जी वसीयत से शत्रु संपत्ति कब्जाने में बार के पूर्व उपाध्यक्ष पर मुकदमे के खिलाफ वकील हड़ताल पर चले गए। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने फर्जी दस्तावेजों से नौ एकड़ भूमि अपने नाम दर्ज कराने में सपा नेता मोहम्मदाबाद कस्बे के मोहल्ला रोहिला निवासी रामशंकर यादव पुत्र शोभाराम को भूमाफिया घोषित किया है।
 
रामशंकर यादव एसपी के वाहन चालक पद से रिटायर होने साथ सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व आलू विकास एवं विपणन संघ के पूर्व चेयरमैन रामसेवक यादव के बड़े भाई हैं। एसडीएम की जांच में स्पष्ट हुआ कि गांव तेरा में अभिलेखों में 9 एकड़ भूमि ऊसर में दर्ज थी।


54 लाख 65 हजार 587 रुपये की इस भूमि का लेखपाल जाहर सिंह के सहयोग से अभिलेखों में कूटरचना कर रामशंकर ने नाम दर्ज करा ली थी। वहीं लेखपाल बालकराम ने तीन एकड़ भूमि को भू अभिलेखों में अपनी हस्तलेख में अमलदरामद कर दिया। एसडीएम सदर अनिल कुमार ने प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट डीएम को सौंपी।


जांच में दोषी पाए जाने पर डीएम ने एसडीएम सदर को रामशंकर यादव के विरुद्ध भूमाफिया की कार्रवाई व लेखपाल जाहर सिंह व बालकराम को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दिए। इसके साथ ही डीएम ने अपर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जांच समिति गठित कर भू अभिलेखों में कूटरचना में सम्मिलित अधिकारी व कर्मचारी की जांच कर एक माह में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश हैं। एसडीएम सदर ने बताया कि लेखपालों पर निलंबन की कार्रवाई की गई है।