प्रसूता की मौत, आशा बहू और निजी अस्पताल संचालक पर मुकदमा

लखनऊ।  मलिहाबाद के मजरा यादवखेड़ा निवासी लकी ने भट्टखेरवा की आशा बहू और दुबग्गा स्थित न्यू संगम अस्पताल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि आशा बहू और अस्पताल की लापरवाही से उसकी भाभी लक्ष्मी की जान गई। प्रसव के बाद खून की जरूरत पर मनचाहे पैसे न मिलने पर आशा बहू और अस्पताल संचालन ने लापरवाही बरती।
इंस्पेक्टर मलिहाबाद के अनुसार, लकी ने तहरीर देकर बताया कि बुधवार शाम को प्रसव पीड़ा होने पर भाभी लक्ष्मी को काकोरी सीएचसी ले रहे जा थे।
इस बीच पड़ोस के गांव भट्टखेरवा की आशा बहू ने सही इलाज के लिए निजी अस्पताल ले जाने की सलाह दी। कहा कि जेहटा रोड स्थित न्यू संगम अस्पताल में छह हजार रुपये में प्रसव हो जाएगा।
परिजन आशा बहू के साथ संगम अस्पताल गए, जहां लक्ष्मी ने पुत्री को जन्म दिया। डॉक्टरों ने बताया कि रक्तस्राव के कारण प्रसूता को खून की कमी हो गई है।
खून चढ़ाना होगा, जिसके लिए तीस हजार रुपये जमा करने होंगे। लेकिन परिवारीजनों ने सात हजार रुपये में ही इलाज करने की बात कही।
आरोप है कि तीस हजार रुपये न मिलने के कारण डॉक्टरों ने भाभी को खून नहीं चढ़ाया। इससे उनकी हालत बिगड़ गीय। रात करीब चार बजे लक्ष्मी की मौत हो गई थी।
लकी के मुताबिक, भाभी की मौत के बाद डॉक्टरों ने उसे दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया था। दूसरे अस्पताल में डॉक्टरों ने लक्ष्मी को मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने अस्पताल प्रशासन व आशा बहू पर लापरवाही करने की लिखित शिकायत मलिहाबाद थाने पर दी।
इंस्पेक्टर मलिहाबाद ने बताया कि न्यू संगम अस्पताल व आशा बहू के खिलाफ इलाज में लापरवाही करने से मौत होने की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। निजी अस्पताल संचालक व डॉक्टर लापता और अस्पताल पर ताला लटक रहा है।