श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या में बनने वाले भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण हेतु धन संग्रह करने के लिए मकर संक्रांति से माघ पूर्णिमा तक गांव-गांव अभियान चलाएगा। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने लाखों राम भक्तों से अपील कर इस ऐतिहासिक अभियान में अपना पूर्ण समय समर्पित करने की अपील की है।
सोमवार को प्रेस रिलीज जारी कर राय ने कहा कि जिस प्रकार जन्मभूमि को प्राप्त करने के लिए लाखों भक्तों ने कष्ट सहे व सहयोग किया। उसी प्रकार करोड़ों लोगों के स्वैच्छिक सहयोग से मन्दिर बनेगा। उन्होंने बताया कि जनसंपर्क के जरिए लाखों कार्यकर्ता गांव और मोहल्लों में जाएंगे तो समाज स्वेच्छा से कुछ न कुछ निधि अश्वय समर्पित करेगा। ये कार्य भगवान का है। राम मंदिर भगवान का घर है। भगवान के कार्य में धन बाधा नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि आर्थिक विषय में पारदर्शिता बहुत आवश्यक है। इसके लिए हमने दस रुपए, सौ रुपए, एक हजार रुपए के कूपन व रसीदें छापी हैं। समाज जैसा देगा उसी के अनुरूप कार्यकर्ता कूपन या रसीद देंगे। उन्होंने बताया कि इस कोशिश में करोड़ों घरों में भगवान के मंदिर का चित्र पहुंचेगा।
जनसंपर्क का यह कार्य मकर संक्रांति से प्रारंभ होगा और माघ पूर्णिमा तक पूर्ण होगा। उन्होंने अपील की है कि लाखों रामभक्त इस ऐतिहासिक अभियान के लिए अपना पूर्ण समय समर्पित करें।
इन कंपनियों को दी गई निर्माण की जिम्मेदारी
मंदिर के वास्तु का दायित्व अहमदाबाद के चंद्रकान्त सोमपुरा पर है। वह वर्ष 1986 से जन्मभूमि मन्दिर निर्माण की देखभाल कर रहे हैं। लार्सन टुब्रो कम्पनी को मंदिर निर्माण का दायित्व सौंपा गया है। निर्माता कंपनी के सलाहकार के रूप में ट्रस्ट ने टाटा कंसल्टेंट इंजीनियर्स को चुना गया है।
उन्होंने बताया कि संपूर्ण मंदिर पत्थरों से बनेगा जो कि तीन मंज़िला होगा। प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट होगी। मंदिर की लंबाई 360 फीट तथा चौड़ाई 235 फीट है। भूतल से 16.5 फीट ऊंचा मंदिर का फर्श बनेगा। भूतल से गर्भगृह के शिखर की ऊंचाई 161 फीट होगी।