कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मतदान केंद्र की तरह ही टीकाकरण बूथ बनाए जाएंगे। केंद्र सरकार ने राज्यों को कोविड-19 टीकाकरण के लिए चुनाव व पोलियो सहित अन्य राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के अनुभव को इस्तेमाल करने की सलाह दी है। इन बूथों पर टीका लगाने वाले दो विशेषज्ञ, दो सहायक और स्वयंसेवी तैनात किए जाएंगे। एक बूथ पर अधिकतम 100 लोगों के टीकाकरण की योजना है।
स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार भारत सरकार और नीति आयोग ने मिलकर कोविड-19 टीकाकरण के लिए एक विस्तृत कार्य योजना तैयार की है। इसमें वैक्सीन के भंडारण, कोल्ड चेन, वितरण व टीकाकरण को शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से नीति आयोग व केंद्र सरकार द्वारा बनाई गई योजना पर चर्चा की थी।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो एक बूथ पर दो वैक्सीनेटर होंगे। इनमें एएनएम, नर्स, एमपीडब्लू, फार्मासिस्ट में से कोई दो हो सकते हैं। इसके अलावा एक सहायक डाटा और रिकॉर्ड के लिए होगा। एक सहायक लॉजिस्टिक तैयारियों के लिए होगा।
बूथ पर भीड़ प्रबंधन के लिए दो से तीन लोग लगाए जाएंगे। यह मानव संसाधन एनसीसी या फिर अन्य स्वयंसेवक हो सकते हैं। टीकाकरण लाभार्थी को पंजीकरण की जानकारी एसएमएस से दी जाएगी। टीका लगने के बाद क्यू आर बेस्ड इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिया जाएगा।