बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर नवरात्र व रमजान से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों को स्वयं की सुरक्षा व बचाव के लिए जोर दिया

 


उत्तर प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर नवरात्र व रमजान से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों को स्वयं की सुरक्षा व बचाव के लिए जोर दिया है। मुख्यमंत्री ने बैठक कर अधिकारियों को निर्देश दिए कि धर्मस्थलों में सैनिटाजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग एवं मास्क अनिवार्य किया जाए साथ में कोरोना के प्रति जागरूकता और कड़ाई से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने के लिये भी कहा है।



मुख्यमंत्री ने कहा कि 13 अप्रैल से नवरात्र शुरू हो रहे हैं व 14 अप्रैल से रमजान, ऐसे में प्रदेश भर में सुरक्षा-व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का धार्मिक स्थलों में पालन कराए जाने के लिये भी सख्ती बरतने के निर्देश दिए।



उन्होंने शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वच्छता व सैनिटाइजेशन पर जोर देने को कहा है। कहा कि त्यौहारों पर बढ़ते यात्रियों के मद्देनजर बस स्टेशनों पर कोविड प्रोटोकाल का पालन कराया जाए और बसों का नियमित सैनिटाइजेशन हो।

लखनऊ में आठ अस्पतालों को कोविड-19 हॉस्पिटल बनाया गया है

वहीं, संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राजधानी लखनऊ में आठ अस्पतालों को कोविड-19 हॉस्पिटल बनाया गया है। सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद इसकी व्यवस्था कर दी गई।


अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि इन आठ अस्पतालों के बढ़ने से राजधानी में 1835 और कोविड बेड की व्यवस्था कर दी गई है।


उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था के तहत लखनऊ लोकबंधु राजनारायन हॉस्पिटल एल-2 श्रेणी के 250 बेड, रामसागर मिश्रा संयुक्त चिकित्सालय एल-2 श्रेणी के 100 बेड, एमसीएच विंग चिनहट एल-2 श्रेणी के 50 बेड, कॅरियर मेडिकल कॉलेज एल-2 श्रेणी के 520 बेड, इंटीग्रल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एल-2 श्रेणी के 210 बेड, प्रसाद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एल-2 श्रेणी के 200 बेड, टीएसएम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एल-2 श्रेणी के 185 बेड, एरा मेडिकल कॉलेज एल-3 श्रेणी के 320 बेड को संक्रमितों के इलाज के लिए कोविड अस्पताल के रूप में अधिसूचित कर दिया गया है।

कैंसर संस्थान बनेगा डेडिकेटेड कोविड अस्पताल

इससे पहले संक्रमण की रोकथाम को लेकर हुई बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी के सीजी सिटी स्थित कैंसर संस्थान को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि राजधानी के हिंद मेडिकल कॉलेज, सफेदाबाद, बाराबंकी के मेयो मेडिकल कॉलेज और अन्य सभी निजी मेडिकल कॉलेजों में भी कोविड बेड बनाए जाएं।


एरा मेडिकल कॉलेज, टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज और इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज को भी डेडिकेटड कोविड अस्पताल के रूप में प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। प्रत्येक बेड पर हाई फ्लो नेजल कैन्युला के साथ ही, वेंटीलेटरों की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।


आरटी-पीसीआर जांच क्षमता 1.50 लाख प्रतिदिन हो

मुख्यमंत्री ने कहा कि आरटी-पीसीआर जांच की सुविधा बढ़ाई जाए, जिससे कि आने वाले दिनों में रोजाना 1.5 लाख आरटी-पीसीआर जांच की जा सके। उन्होंने कोरोना जांच के लिए ट्रनैट मशीन का भी उपयोग करने और एंबुलेंसों का इस्तेमाल पूरी क्षमता से करने के निर्देश दिए।