कौशांबी। रोजी रोटी के चक्कर में दूसरे प्रांत की फैक्ट्रियों में काम करने वाले कौशाम्बी जनपद के मजदूर कोरोनावायरस के लॉक डाउन में दूसरे प्रांत में फंस गए थे इसी बीच फैक्ट्री मालिको ने मजदूरों को काम से निकाल दिया जिससे मजदूरों के सामने रोटी का संकट उत्पन्न हो गया।
किसी तरह से जुगाड़ बना कर मजदूर अपने गांव घर लौटना चाहते थे मजदूर गांव घर तो लौट आए परदेश से लौटे मजदूरों की प्रशासन ने कोरोना वायरस की स्कैनिंग संयुक्त जिला चिकित्सालय मंझनपुर में चिकित्सको से कराई और स्क्रैनिंग के बाद मजदूरों को 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन कर कोइलहा के स्कूल में रहने के लिए लगभग तीन दर्जन मजदूरों को बस से भेज दिया।
मंझनपुर जिला अस्पताल से जिस बस से यह मजदूर कोइलहा जा रहे थे जैसे ही बस चरवा थाना क्षेत्र के महागांव भीटी के पास चायल विधायक संजय गुप्ता के स्कूल के पास पहुंची थी कि अचानक बस चालक का नियंत्रण बस से समाप्त हो गया और देखते देखते बीच सड़क पर मजदूरों से भरी बस पलट गई जिससे बस में सवार मजदूर बस के नीचे दब गए बस पलटते ही मौके पर कोहराम मच गया।
मजदूरों की चीख पुकार की आवाज सुनकर आसपास के ढाबा संचालक और अन्य लोग घटनास्थल पर पहुंचे और बस के शीशे खिड़की तोड़कर बस में फंसे लगभग ढाई दर्जन घायल मजदूरों को बाहर निकाला।
स्थानीय लोगों ने हादसे की जानकारी थाना पुलिस को दी सूचना पाकर मौके पर थाना पुलिस भी पहुंच गयी और एंबुलेंस के सहयोग से घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल फिर भेजा इस हादसे में घायल सभी मजदूर कौशांबी जिले के पंनोई काजू आदि गांव के रहने वाले हैं बस पलट जाने से घायल मजदूर का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है जहां तीन मजदूर गंभीर घायल बताए जाते हैं।