BJP राज में बुरी तरह लुटे-पिटे गरीब किसान व व्यापारी : अखिलेश यादव


मुजफ्फरनगर के सिसौली में गन्ना आपूर्ति न होने पर आत्महत्या करने वाले किसान के परिवार की समाजवादी पार्टी ने एक लाख रुपये की मदद की है। सपा ने प्रदेश सरकार से पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये सहायता देने की मांग की है। सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा की गलत नीतियों के चलते उसके पिछले 6 सालों के कार्यकाल में किसान व व्यापारी बुरी तरह लुटे-पिटे हैं। किसान आत्महत्या कर रहे हैं और भाजपा अपनी हवाई उपलब्धियों का जश्न मना रही है। मानवीय संवेदना के साथ ऐसा क्रूर मजाक भाजपा नेतृत्व ही कर सकता है।


अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश के गन्ना मंत्री के विधानसभा क्षेत्र से सटे बुढ़ाना विधानसभा क्षेत्र के सिसौली कस्बे में 55 वर्षीय किसान ओमपाल का गन्ना खतौली चीनी मिल ने लेने से मना कर दिया था। उसके 6 बच्चे हैं, घर की माली हालत खराब है। लॉकडाउन में दशा और बिगड़ी तो अवसाद में आकर उसने आत्महत्या कर ली। ओमपाल का तीन बीघा गन्ना खेत में खड़ा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों का चीनी मिलों पर 20 हजार करोड़ रुपये बकाया है। 
किसान अपनी ट्रैक्टर ट्रॉली में गन्ना लिए मिल गेट के बाहर लाइन में खड़े-रहने को मजबूर हैं। खेत में खड़े गन्ने को जलाने के अलावा किसान के पास दूसरा विकल्प नहीं है क्योंकि चीनी मिलें अपने क्रय केंद्र उखाड़ रही हैं। उन्होंने कहा, किसान अपनी बर्बादी की कहानी किससे कहें, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को केवल घोषणाएं करके जिम्मेदारियों से मुक्त हो जाते हैं।
किसान किस राज्य में गन्ना लेकर जाएं


अखिलेश ने कहा, अभी दो दिन भी नहीं गुजरे, केंद्र-राज्य सरकारो ने किसानों के लिए एक देश- एक बाजार खोल दिया है। उन्होंने सवाल किया है कि अब किसान अपना गन्ना किस राज्य में लेकर जाएगा ? गेहूं लिए किसान मारा-मारा फिर रहा है। सरकार की अनदेखी से बिचौलिए औने-पौने दाम में उसकी फसल खरीद कर लूट रहे हैं। भाजपा सरकारें किसान को बहकाने के लिए नए-नए एलान करती है। मुख्यमंत्री जब अपने प्रदेश के किसानों को कुछ दे नहीं पा पा रहे हैं तो उसे दूसरे प्रदेश में ढकेल कर आत्मनिर्भरता के नाम पर खुद चाहे जियो या मरो का पाठ पढ़ा रहे है।
रालोद भी मुखर, केंद्रीय राज्यमंत्री व गन्ना मंत्री पर साधा निशाना 


मुजफ्फरनगर के सिसौली में किसान ओमपाल सिंह की आत्महत्या पर राष्ट्रीय लोकदल ने सरकार को घेरा है। रालोद के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री संजीव बालियान व गन्ना मंत्री सुरेश राणा पर निशाना साधा है। दिवंगत किसान नेता चौधरी महेन्द्र सिंह टिकैत जिस सिसौली के रहने वाले थे, वहीं के किसान की आत्महत्या पर राजनीति गरमा गई है। सिसौली, संजीव बालियान के संसदीय क्षेत्र में आती है। 


गन्ना मंत्री सुरेश राणा का थाना भवन विधानसभा क्षेत्र भी पड़ोस में है। सपा के बाद रालोद भी इस आत्महत्या पर मुखर है। जयंत चौधरी ने ट्वीट किया, ओमपाल सिंह सरकारी अव्यवस्था, किसान की अनदेखी के आगे हार गए। 7 बीघा गन्ना खड़ा है। मिल की पर्ची आई नहीं। जब कोल्हू ने गन्ना लेने से इन्कार किया तो आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा, सिसौसी को किसान आंदोलन की राजधानी कहा जाता है। केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री और प्रदेश के गन्ना मंत्री का क्षेत्र है लेकिन कोई काम नही आया।


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