पहाड़ों पर बर्फबारी बारिश के बाद से वहां से आने वाली पछुआ हवाएं प्रदेश में गलन भरी ठंड शीत के साथ घने कोहरे से रूबरू कराएंगे


 बीते तीन-चार दिनों से गुनगुनी राहत का अहसास करा रहा मौसम साल गुजरने से पहले गलन भरी ठंड से रूबरू कराने के मूड में है। मौसम विज्ञानियों ने अनुमान जताया है कि पहाड़ों पर बर्फबारी बारिश के बाद से वहां से आने वाली पछुआ हवाएं प्रदेश में गलन भरी ठंड शीत के साथ घने कोहरे से रूबरू कराएंगे। 


आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता ने शनिवार को बताया कि फिलहाल प्रदेश में ड्राइ वेदर कंडीशन एक्टिव हैं, मौसम शुष्क है। धूप खिलने और आसमान साफ होने से राहत है।  लेकिन पहाड़ों पर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। 


अगले 24-36 घंटे में पहाड़ों पर बर्फबारी बारिश होने के आसार हैं। उसके बाद वहां से आने वाली उतर पछुआ हवाएं गलन भरी ठंड बढ़ा देंगी। दिन और रात का तापमान सरकना शुरू होगा। प्रदेश के कई हिस्सों में शीतलहर भी दस्तक देगी। 

प्रदेश के पूर्वी हिस्सों और पश्चिमी हिस्सों में कई जगह घना कोहरा भी पड़ सकता है। मंगलवार बुधवार से यह बदलाव प्रदेश में कई जगह दिखने शुरू हो जाएंगे। तब तक मौसम लगभग सामान्य बना रह सकता है। 

उधर, इन सबके बीच प्रदेश में चुर्क 3.2 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा स्थान दर्ज किया गया। नजीबाबाद 4.5 और मुजफ्फरनगर 4.8 डिग्री के साथ कई शहरों का न्यूनतम तापमान 5 से 7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।